जीवन में हर दिन एक से नही रहते , परिवर्तन ही जीवन है । संघर्ष एक प्रेरणा है जीवन को जीने का। कभी हार तो कभी जीत । कभी सुख तो कभी दुख ।
इन्सान हारता तब तक नही है जबतक वो हार मान ना ले। भले ही पूरी दुनिया आपके खिलाफ हो भले ही हर इंसान आपको हारा हुआ देखना चाहे लेकिन यदि आपने अपने आप को हारा हुआ नही माना तो आपका जीतना तय है। हर एक चीज जो आप चाहते है बस एक बार उसकी इच्छा करो इस इच्छा / कामना को बार-बार मन में दोहराते रहे कि मेरी यह कामना पूरी होगी मैं उसी के लिए प्रयास कर रहा हूँ । विश्वास कीजिए यह इच्छा ही आपकी जीत की नीव की ईट बनती है ध्यान रहे अपनी इच्छा पर विश्वास रखे जरा भी शंका ना आने देवे फिर देखिए कैसे पूरी कायनात आपकी इच्छा पूर्ति में लग जाती है आपको रास्ते अपने आप दिखने लगेगे बस आपको उन रास्ते पर ठोस कदम रखने है यानि उस समाधान मे अपनी पूरी ताकत झोकनी है ।
जीत के लिए अपने आप पर पूर्ण विश्वास जरूरी है
दुनिया आपको हराने के लिए आपका समय , दिमाग , पैसा व्यय करने की कोशिश करेगी आपको इसको पहचान कर ना कहना सीखना होगा ।
इश्वर ने हमें ना भर सकने वाला ऐसा मस्तिष्क दिया है जिसमें जितना भरो कम है , इसे अपडेट करते रहो नई जानकारी , नए विचार , नए आइडिया से।
नेगेटिव विचार का दुसरा नाम हार है अत: जीतने के लिए मन पोजिटिव रखे तभी आपके चारो ओर सकारात्मक अर्थात पोजिटिव एनर्जी का प्रवाह होगा जो आपका पथ प्रदर्शन करेंगे आपको सही दिशा में ले जाएंगे ।
दृष्टिहीन होने के बावजूद महाराष्ट्र के डाँ भावेश भाटिया ने 9500 लोगों को रोजगार दिया , बिजनेस मे पुरस्कार जीते , पैरा ओलंपियन रहे। यह उदाहरण है जीवन में जीत के जूनून का।
जीत की शुरुआत ही तब होती है जब आप समस्या के समाधान के आइडिया सोचने एवं उस पर अमल करने लगते है , पोजिटिव एनर्जी के साथ | लोग समस्या में समस्या ढुंढने लगते है रोने लगते हैं यहि समस्या है भई रुको जरा। थोड़ा ठंड रखो , कुछ पल मन को शांत रखो , समाधान के बारे में सोचो , दुनिया में हर समस्या का कोई ना कोई समाधान होता है , अपने आइडिया को हवा दो फिर देखो समस्या छुमन्तर , जीत आपकी ।
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